गर्मी में पेयजल की स्थिति को सुचारू बनाये रखने को लेकर जिलाधिकारी द्वारा हर घर नल का जल एवं चापाकलों के क्रियाशीलता की समीक्षा
बढ़ती गर्मी में पेयजल से संबंधित किसी भी तरह की समस्या को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर दूर करें।
चापाकलों की मरम्मती के लिए फिलहाल प्रत्येक प्रखण्ड में पीएचईडी एक-एक गैंग कार्यरत है, जिसकी संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है। 10 पंचायत तक वाले प्रखण्डों में एक गैंग तथा 10 से अधिक पंचायतों वाले प्रखण्डों में दो गैंग लगाया जाय। नगर निकायों में भी चापाकलों की मरम्मती हेतु अलग से मरम्मती दल लगायें।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पंचायतवार तथा शहरी क्षेत्रों के लिए वार्डवार मरम्मती गैंग का रोस्टर तैयार कर चापाकलों की मरम्मती का कार्य कराएं।
उक्त निदेश आज जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने पेयजल के अद्यतन स्थिति की समीक्षा हेतु आहुत बैठक में दिया। वे आज हरदेव भवन सभागार में जिला पंचायत राज पदाधिकारी, पीएचईडी के अभियंतागण, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों एवं सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।
मार्च महीने में जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को पंचायती राज जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर नल जल की योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में आवश्यक जानकारी प्राप्त करने का निर्देश दिया गया था। जनप्रतिनिधियों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर नल जल की योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित समस्या पेयजल आपूर्ति से वंचित परिवारों से संबंधित समस्याओं को प्रखण्ड स्तर पर सूचीबद्ध किया गया।
जिलाधिकारी ने पंचायती राज विभाग से संबंधित नल जल की योजनाओं से संबंधित समस्याओं वाले वार्डों का स्थल निरीक्षण संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी तथा पीएचईडी से संबंधित समस्या वाले वार्डों का स्थल निरीक्षण संबंधित कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता के माध्यम से सुनिश्चित कराने का निदेश दिया। वास्तविक स्थिति के आधार पर समस्याओं के निराकरण हेतु उपयुक्त कार्रवाई 7 दिनों के अंदर प्रारंभ करते हुए इस माह के अंत तक सभी समस्याओं को दूर करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि 25 अप्रैल को पुनः बैठक कर पेयजल से संबंधित सूचीबद्ध समस्याओं के निराकरण हेतु की गई अद्यतन कार्रवाई की समीक्षा की जाएगी। इस माह के अंत तक सभी समस्याओं को दूर कर शत प्रतिशत योजनाओं को क्रियाशील रखने का निर्देश दिया गया।
चापाकलों की मरम्मती की समीक्षा के क्रम में पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि 1 मार्च से अब तक जिला में 920 चापाकलों की मरम्मती कराई गई है, जो लगातार जारी है। विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों के खराब चापाकलों की मरम्मती प्राथमिकता के आधार पर कराई जा रही है।
जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पंचायत वार तथा शहरी क्षेत्रों के लिए वार्ड वार रोस्टर तैयार कर निर्धारित रोस्टर के अनुसार चापाकलों की मरम्मती कार्य सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि आवश्यकता होने पर टैंकरों के माध्यम से भी जलापूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। फिलहाल पीएचडी के पास 27, नगर निगम बिहारशरीफ में 15, नगर परिषद राजगीर में 6, नगर परिषद इस्लामपुर में 2, नगर परिषद हिलसा में एक तथा नगर पंचायत सिलाव में दो टैंकर उपलब्ध है।
बैठक में नगर आयुक्त श्री तरणजोत सिंह, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी कार्य प्रमंडल बिहार शरीफ/हिलसा, पीएचईडी के सभी सहायक अभियंता/कनीय अभियंता, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी एवं सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी आदि मौजूद थे।