लोकसभा में अपनी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) की ओर से केंद्रीय विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2022 पर जोरदार तरीके से नालंदा और पटना को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग की*
नालंदा के जदयू सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने गुजरात राज्य के बड़ोदरा स्थित रेलवे महाविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देकर उसका नाम गति शक्ति विश्वविद्यालय करने संबंधी बिल पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि यह स्वागत योग्य कदम है। अब सरकार का विचार 100 लाख करोड़ रेलवे के आधुनिकीकरण की परियोजनाओं मंे खर्च करने का है। तो यह केन्द्रीय विश्वविद्यालय उन सभी आकांक्षाआंे को पूरा करने में सक्षम होगा, जिसकी आने वाले समय में देश को जरूरत है। गति शक्ति केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, नागर विमानन, पोर्टस, शिपिंग और जल परिवहन मंत्रालयों के लिए भी यह सहायक सिद्ध होगा।
मा.सांसद महोदय ने कहा कि मैं बिहार प्रदेश से आता हूँ। जहाँ की धरती प्राचीन पठन-पाठन के लिए विश्व में अपना स्थान रखता है। सरकार नालंदा अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय पर काफी सहायता दे रही है। इसी क्रम में नालंदा में नव नालंदा महाविहार डीम्ड यूनिवर्सिटी है। जहाँ राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय भाषाओं की प्राचीन शास्त्रों एवं विषयों की पढ़ाई और शोध हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे गर्व होता है कि मैं उस नालंदा संसदीय क्षेत्र का सांसद हूँ, जहाँ से शिक्षा का संचार पूरे विश्व में हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में हमारे नालंदा और बिहार की एक अलग पहचान है। हमारे नेता और बिहार के मा.मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी भी शिक्षा को लेकर लगातार दूरदर्शी सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं और नालंदा में मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, डेन्टल कॉलेज, आईटीआई, कृषि महाविद्यालय, नर्सिंग कॉलेज, बीएड कॉलेज, डीम्ड यूनिवर्सिटी, पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्थापना किए हैं और भारत सरकार के सहयोग से अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय की पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है। विश्वविद्यालय का कार्य काफी तेजी से चल रहा है। यदि इसी कड़ी में नव नालंदा महाविहार डीम्ड यूनिवर्सिटी को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिल जाए, तो देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेन्द्र प्रसाद जी का सपना साकार होगा और नालंदा देश-विदेश में शिक्षा के प्रकाश को फिर से बिखेरने लगेगा।
सांसद महोदय ने कहा कि नव नालंदा महाविहार डीम्ड यूनिवर्सिटी को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान किया जाये। इससे वहाँ वर्तमान में पढ़ाये जा रहे विषयांे के साथ-साथ साईंस की उच्च शिक्षा गुणवत्ता के साथ पढ़ाई प्रारम्भ होगी। जहाँ बिहार सहित पूरे देश के बच्चांे को शिक्षा और ज्ञान की धरती नालंदा की गरिमा को समझने का मौका मिलेगा।
श्री कुमार यह भी कहा कि बिहार राज्य का पटना यूनिवर्सिटी भी एक प्राचीन यूनिवर्सिटी है। इसको केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने के लिए हमारे मा.मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी काफी प्रयासरत् हैं। केन्द्र सरकार द्वारा भी आश्वासन मिला है, किन्तु इस दिशा में अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल जी की भी इच्छा थी। मा.उपराष्ट्रपति महोदय भी अपनी पिछली बिहार यात्रा के दौरान आश्वासन दिए थे। मा.प्रधानमंत्री जी भी बिहार की जनता से वायदा किए थे कि पटना यूनिवर्सिटी को भी केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलना चाहिए।
सांसद महोदय ने सरकार से माँग करते हुए कहा कि पटना यूनिवर्सिटी और नव नालंदा महाविहार डीम्ड यूनिवर्सिटी को सरकार केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान करे।