जिलाधिकारी, उपविकास आयुक्त सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों द्वारा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को दी गई जानकारी तथा लोगों से लिया गया फीडबैक
संजीव कुमार बिट्टू
नालंदा
जिला प्रशासन नालंदा द्वारा आज गिरियक प्रखंड में दो अलग-अलग स्थलों पर जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
पहला जनसंवाद कार्यक्रम घोसरावां पंचायत के राजकीयकृत उच्च विद्यालय घोसरावां के मैदान में आयोजित किया गया जिसमें घोसरावां,गाजीपुर एवं प्यारेपुर पंचायत के लोग शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परिषद सदस्य, प्रखंड प्रमुख, अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, जिलाधिकारी एवं उपविकास आयुक्त आदि द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने अपने संबोधन में इस कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को विस्तृत जानकारी देने तथा लोगों से योजनाओं के संबंध में फ़ीडबैक लेने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने प्रखंड में किये गए एवं कराये जाने वाले महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में भी संक्षिप्त जानकारी दिया।
इस अवसर पर गिरियक प्रखंड में विगत वर्षों से किये जा रहे विकास से संबंधित कार्यों पर आधारित एक वृतचित्र का भी प्रदर्शन किया गया। इसमें विभिन्न योजनाओं के तहत प्रखंड अंतर्गत किये गये कार्यों के बारे में जानकारी दी गई।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजगीर श्री प्रदीप कुमार ने अपने संबोधन में आकस्मिक मदद के लिए डायल 112 के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए इसका लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम की रोकथाम हेतु जिला में एक डेडीकेटेड साइबर थाना क्रियान्वित है। साइबर क्राइम से संबंधित किसी भी तरह की शिकायत या जानकारी इस थाना में दर्ज कराने के लिए प्रेरित किया। थाना में महिलाओं के लिए विशेष महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था के बारे में बताया। भूमि संबंधित विवादों के निपटारे के लिए थाना स्तर पर लगने वाले विशेष शिविर के बारे में बताया गया।
उप विकास आयुक्त श्री वैभव श्रीवास्तव ने ग्रामीण विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास सहायता योजना,मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय योजना, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत घर-घर कचरा उठाव, ठोस-तरल अपशिष्ट प्रबंधन आदि के बारे में जानकारी दिया। उन्होंने लोगों को स्वच्छ ग्राम की परिकल्पना को साकार करने में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया तथा उपभोक्ता शुल्क का भुगतान करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना,कुशल युवा कार्यक्रम तथा मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के बारे में भी जानकारी दी।मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता योजना, विभिन्न प्रकार की आपदा से संबंधित मुआवजा/अनुग्रह अनुदान के बारे में जानकारी दी गई। आपदा से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी जिला आपदा नियंत्रण कक्ष में दूरभाष संख्या 06112-233168 पर देने को कहा गया।
डीपीएम जीविका द्वारा जीविका समूह, ग्राम संगठन एवं संकुल का गठन एवं उनके कार्यकलापों के बारे में जानकारी दिया गया।जीविका दीदियों के आर्थिक उन्नयन एवं स्वाबलम्बन हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया गया। मुख्यमंत्री सतत जीविकोपार्जन योजना के बारे में भी विस्तार से बताया गया।
जिला परिवहन पदाधिकारी ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना, हिट एंड रन के मामले से संबंधित अनुदान की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दिया। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले व्यक्तियों की त्वरित मदद के लिए लोगों को आगे आने को कहा। घायल व्यक्ति की तत्काल मदद कर एक गुड समारिटन का उदाहरण प्रस्तुत करने का आह्वान किया।ऐसा करने वालों को 10 हजार रुपये की राशि से पुरस्कृत भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जीवन अनमोल है इसलिए लोगों से अपील है कि अपनी सुरक्षा के लिए दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का उपयोग अवश्य करें।
सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग श्रीमती गायित्री कुमारी द्वारा विभिन्न प्रकार के सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं की जानकारी दी गई।उन्होंने मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना , कबीर अंत्येष्टि अनुदान योजना, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन पेंशन योजना,मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन विवाह योजना, मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह योजना, बुनियाद केंद्र की व्यवस्था तथा माता-पिता भरण पोषण योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इन सभी योजनाओं के लिए पात्रता तथा लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में एक एक कर जानकारी दी गई। विभाग द्वारा असहाय महिलाओं के लिए संचालित शांति कुटिर के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि जिला की ऐसी किसी भी असहाय महिला को शांति कुटिर में आवासन हेतु दूरभाष संख्या 8210843142 पर जानकारी दी जा सकती है।
कृषि विभाग के पदाधिकारी ने कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। जैविक खेती के साथ साथ उर्वरक की उपलब्धता के बारे में भी बताया गया।लोगों को बताया गया कि उर्वरक की उपलब्धता से संबंधित समस्या के लिए जिला कृषि नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 06112-231143 पर जानकारी दी जा सकती है।आकस्मिक फसल योजना के तहत वैकल्पिक फसलों के बारे में जानकारी दी गई। फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में किसानों को जागरूक किया गया।इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट के बारे में जानकारी दी गई। अन्न भंडारण हेतु गोदाम के निर्माण पर सरकार द्वारा दिये जा रहे अनुदान की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना के बारे में जानकारी दी गई।
अपर समाहर्त्ता श्री मंजीत कुमार द्वारा भूमि राजस्व से संबंधित विभिन्न प्रकार की सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई। ऑनलाइन उपलब्ध सेवाओं के बारे में भी बताया गया।भूमि विवाद के निपटारे के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दिया। जिला में चल रहे भूमि सर्वेक्षण के कार्य के बारे में भी लोगों को जानकारी दी गई।
इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे।उनके द्वारा प्रखंड के विकास से संबंधित मुख्य समस्या/आवश्यकताओं को संज्ञान में लाया गया। उच्च विद्यालय घोसरावां में अतिरिक्त वर्गकक्ष का निर्माण, विद्यालय की चहारदीवारी का जीर्णोद्धार, पर्याप्त शिक्षकों की व्यवस्था आदि का अनुरोध किया गया। घोसरावां से साहडीह को जोड़ते हुए पथ का निर्माण, सकरी पइन एवं बैरगनिया पइन का जीर्णोद्धार, प्यारेपुर पंचायत के दुर्गापुर में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण आदि जैसी आवश्यकताओं को संज्ञान में लाया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, अनुमंडल पदाधिकारी राजगीर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजगीर,भूमि सुधार उपसमाहर्त्ता राजगीर, जिला परिवहन पदाधिकारी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जिला परियोजना प्रबंधक जीविका सहित अन्य विभागों के जिलास्तरीय पदाधिकारी तथा स्थानीय जिला परिषद सदस्य, प्रखण्ड प्रमुख, सभी पंचायतों के मुखियागण एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, जीविका दीदियाँ एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।