RABG LIVE NEWS DESK: रोहतास: स्लग:- बिक्रमगंज के शांति क्लिनिक में प्रसव के दौरान महिला की हुयी मौत। रिपोर्ट:- धर्मेन्द्र कुमार सिंह एंकर:- खबर रोहतास जिले के बिक्रमगंज से है, जहाँ बिक्रमगंज में धड़ल्ले से चल रहे अवैध क्लिनिको में आए दिन बेहतर इलाज व सुविधा के अभाव में मरीज मौत के मुंह में समा रहे हैं जिसमें झोलाछाप डॉक्टरों की भूमिका अहम रह रही हैं इसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी हाथ पर हाथ रखकर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। कभी कभार अधिकारियों के द्वारा जांच भी किया जाता है तो केवल जांच के नाम पर कोरम पूरा किया जाता है और फिर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रहती है।
बिक्रमगंज के वार्ड संख्या 10 में रजिस्ट्री ऑफिस के समीप स्थित शांति क्लिनिक में सिजेरियन ऑपरेशन के उपरांत एक महिला की मौत हो गयी। मृतिका भोजपुर जिले के पचमा नारायणपुर निवासी कविता कुमारी बताई जाती है। महिला की मौत के बाद मृतिका के परिजनों के द्वारा शांति क्लिनिक पर जमकर बवाल काटा गया।
इस संबंध में मृतिका कविता कुमारी के परिजनों के द्वारा बताया गया कि मृतिका कविता कुमारी का प्रसव कराने के लिए बिक्रमगंज के रजिस्ट्री ऑफिस स्थित शांति क्लिनिक में भर्ती कराया गया जहां शांति क्लीनिक की आयुष डॉक्टर कुसुम कुमारी के द्वारा गर्भवती महिला का सिजेरियन ऑपरेशन करने की बातें सामने लाई गई और इसके एवज में 35 हजार रुपया फीस के रूप में जमा कराया गया । तब जाकर आयुष डॉक्टर कुसुम कुमारी के द्वारा सिजेरियन ऑपरेशन कर बच्चे को सुरक्षित निकाला गया। परंतु गर्भवती महिला कविता कुमारी की हालत काफी बिगड़ने लगी जिसे देख परिजनों की घबराहट काफी बढ़ गई। इसके बावजूद भी शांति क्लीनिक में कंपाउंडर के रूप में कार्यरत हरेराम सिंह के द्वारा अपने ऊपर सारी जिम्मेवारी लेते हुए पानी चढ़ाने का कार्य शुरू कर दिया गया जिसके दौरान रात्रि में करीब 2 बजे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों के द्वारा जमकर बवाल काटा गया। सूत्रों की माने तो इस मामले में डॉक्टर और परिजन के बीच 4 लाख नगद रुपए पर समझौता करने की बातें बताई जाती है।
इस संबंध में रोहतास सिविल सर्जन कामेश्वर नारायण तिवारी के द्वारा दूरभाष पर बताया गया कि शांति क्लीनिक कि डॉक्टर कुसुम कुमारी आयुष डॉक्टर हैं, और उनका अस्पताल विभाग से निबंधित है, लेकिन उनके द्वारा सिजेरियन ऑपरेशन करना शत प्रतिशत दंडनीय अपराध है व उनके द्वारा विभाग के नियमों का घोर उल्लंघन किया गया है ऐसे लोगों पर विभाग के द्वारा उचित कारवाई किया जाएगा।