RABG LIVE DESK : लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास चाचा और भतीजा में अक्सर कुछ बातें सामने आती रहती है अब जो विवाद सामने आया है उसे लोग काफी दिलचस्पी के साथ सुन रहे हैं आपको बताते चलें कि 2 दिन पहले चाचा पशुपति कुमार पारस के ऊपर मोकामा के घोसवारी में हमला हुआ था आपको बता दें कि चौहरमल जयंती के मौके पर पशुपति कुमार पारस वहां पहुंचे थे और उसी वक्त उस कार्यक्रम में उनके भतीजे चिराग पासवान जी पहुंचे थे जहां पर चिराग पासवान को लोगों ने काफी हर्षोल्लास के साथ उन्हें स्वागत किया था वहां पर 4:00 बजे से लेकर 6:00 बजे तक चिराग पासवान का कार्यक्रम था तो वहीं उसके बाद चिक वहीं पर उनके चाचा पशुपति पारस का कार्यक्रम शुरू होना था|
बताते चलें कि चिराग पासवान के कार्यक्रम के तुरंत बाद केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के ऊपर हमलावर शुरू हो गया.और उनके काफिले पर रोड़े बाजी भी करें गई और उन्हें काला झंडा दिखाकर लोगों ने काफीलो को हटाने का राह दिखाया|
आपको बता दें कि आज पशुपति पारस ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों को बताया कि उनके साथ चिराग पासवान किस तरह से लगातार बदला लेते रहते हैं| केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस का कहना है कि उनके भतीजे चिराग पासवान उनके खिलाफ लगातार साजिश करते ही रहते हैं और इस हमले के ऊपर सत प्रतिशत इसका ही जिम्मेदार है उन्होंने कांफ्रेंस के जरिए बताया कि चिराग पासवान उन्हें लगातार धमकी देते रहते हैं कि पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर देंगे पशुपति पारस का कहना है कि चिराग पासवान मुझसे नाराज हुआ करते थे कि वह अक्सर माननीय नीतीश कुमार के ऊपर बयान दिया करते हैं वही पशुपति पारस का दावा है कि यह जो भी हमले हुए हैं वह उनके भतीजे चिराग पासवान ने ही करवाया है वह सारा का सारा जिम्मेदार अपने भतीजे पर ठहरा रहे हैं इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कह डाला कि उनके लिए कोई सुरक्षा की व्यवस्था कराई जाए और उनकी सुरक्षा और भी ज्यादा बढ़ाई जानी चाहिए उन्हें उनके भतीजे से ही काफी खतरा महसूस होता| इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि वहां पर मौजूद स्थानीय प्रशासन की भी काफी चूक होती है|
इतना ही नहीं पारस ने इस बात का खुलासा भी किया कि एनडीए में रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ने पर सहमति बनी थी लेकिन चिराग पासवान ने अपनी मर्जी चलाई, नतीजा यह हुआ कि पार्टी की स्थिति बेहद खराब हो गई। परस ने कहा कि अगर हम गठबंधन के साथ चुनाव लड़े होते तो एक तरफ जहां केंद्र में हमारे मंत्री होते वहीं बिहार में भी हम कैबिनेट में शामिल होते।