RABG LIVE NEWS DESK : सम्राट चौधरी ने इशारों में खुद को मुख्यमंत्री किया प्रोजेक्ट साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि मोदी लहर को देख विपक्षी भयभीत हैं. जी हां बिहार विधानसभा चुनावों में भले ही वक्त बाकी हो पर बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहीं न कहीं खुद को भावी मुख्यमंत्री बताया है
आपको बता दें कि सम्राट चौधरी ने कहा कि अगर बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी से नीतीश कुमार की विदाई होती है. तो फिर उस कुर्सी पर तेजस्वी यादव के बैठने का कोई चांस नहीं है. वहीं उन्होंने इशारों में कहा कि नीतीश के हटने का बाद कुर्मी-कुशवाहा समाज का ही कोई नेता उस कुर्सी पर बैठेगा. दरअसल सम्राट चौधरी ने कहा कि “लव-कुश समाज को मैं गारंटी देना चाहता हूं कि अगर इस समाज का एक व्यक्ति सत्ता से जायेगा तो किसी दूसरे समाज का व्यक्ति सत्ता में नहीं बैठेगा. उन्होंने कहा कि लव-कुश समाज का ही कोई व्यक्ति उसके बाद सत्ता में बैठेगा. जाहिर सी बात है कि इससे ऐसा लग रहा है कि सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अपनी दावेदारी कर दी .
वैसे भी सियासत में लव-कुश समाज का मतलब कुर्मी और कोइरी जाति होता है. फिलहाल बिहार में कुर्मी जाति के नीतीश कुमार सीएम हैं. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली में चल रही विपक्षी एकता की कोशिशों के असफल होने की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि ‘देश में चल रही प्रधानमंत्री मोदी की आंधी से विपक्षी दलों का मनोबल पूरी तरह टूट चुका है. उन्होंने कहा कि इसी वजह से कल तक एक दूसरे को पानी पी-पी कर कोसने अवसरवादी आज एक साथ खड़े होने को मजबूर हो चुके हैं. लेकिन दिल्ली पर कब्जा करने की इनकी मंशा कभी भी पूरी नहीं होने वाली. सम्राट चौधरी ने कहा कि ‘2024 से पहले इनकी एकता ताश के महल की तरह भरभरा कर ध्वस्त हो जायेगी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि एक व्यक्ति या परिवार के इर्द-गिर्द बने इनके दलों में पहले ही दंगल मचा हुआ है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों में हर दूसरा व्यक्ति पीएम उम्मीदवार है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि रोजाना विपक्षी दलों के नेता थोक के भाव में पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं.क्योंकि ये लोग जान चुके हैं कि आने वाले भविष्य में इनके लिए अपनी राजनीतिक दूकान बचाए रखना भी मुश्किल हो जाएगा. इसीलिए केवल अपना अस्तित्व बचाने और कार्यकर्ताओं को बरगला कर साथ रखने के लिए ये लोग आपसी एकता का दिखावा कर रहे हैं. इस तरह सम्राट चौधरी ने एक तरफ जहां खुद को इशारों में मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया साथ ही विपक्ष को भी घेरा जो कि सुर्ख़ियों में है.