RABG LIVE NEWS DESK बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा होने के बाद बिहार के तमाम राजनीतिक दल इस मौके को भजाने में लग गए हैं भाजपा कह रही है कि उसके ही केंद्र सरकार ने बिहार के इस युक्त को उचित सम्मान दिया जदयू भी उसके बातों का समर्थन कर रही है जबकि लालू समेत तमाम पार्टियां कह रही है कि उनके संघर्ष का परिणाम है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिला है चिराग पासवान उपेंद्र कुशवाहा जीतन राम मांझी इसके लिए नरेंद्र मोदी को बधाई दे रहे हैं कपूरी ठाकुर के 100वी जयंती पर आपको बताते चले की जदयू के तरफ से बड़ी रैली निकाली गई थी जहां पर बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की थी हालांकि इस रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तरफ से परिवार बात को लेकर भी बयान सामने आए जो कि अब राजनीतिक में तहलका मचा देने वाली है तो वही पटना में आज तमाम राजनीतिक दलों ने कर्पूरी जयंती मनाई नीतीश कुमार केऔर बदले तो लालू ने भी तेवर दिखा दिया खैर कपूरी जयंती को लेकर तमाम राजनीतिक दल में घमासान बची हुई है
एक तरफ जहां बीजेपी समर्थन करते हुए देखे जा रहे हैं तो वहीं विपक्षी दल इस पर बयान बाजी करते हुए देखे जा रहे हैं हालांकि इस मुद्दे पर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव का यहां तक भी बयान आया है कि काशीराम और लोहिया को भी भारत रत्न से नवाजा जाए वह भी कद्दावर थे हमारे बिहार के लिए अपने आप को समर्पित करने वाले महान थे लेकिन इन सब से दूर सम्राट चौधरी कर्पूरी ठाकुर के परिजनों से मिलने जा पहुंचे उनके साथ काफी समय बिताया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कर्पूरी ठाकुर के पुत्र और राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर को फोन करके बधाई दी जिसका जिकराज नीतीश कुमार अपनी पटना की रैली में कर रहे थे और मोदी को कोटि-कोटि बधाई दे रहे थे परिवारवाद पर हमला कर रहे थे अब इससे बिहार के आगे के पॉलिटिक्स को समझा जा सकता है कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलने पर सबसे ज्यादा खुशी नीतीश कुमार को है उनका कहना है की अनुशंसा उन्होंने की थी और दिया मोदी सरकार ने है फिर लालू प्रसाद यादव और उनके सहयोगी भी इसमें पीछे नहीं है.. बिहार के मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर को पिछड़ों और वंचितों की आवाज बुलंद करने के लिए याद किया जाता है. उनका जन्म 24 जनवरी 1924 को हुआ था और देहांत 17 फरवरी 1988 को. स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले समाजवादी पृष्ठभूमि के कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे. सीएम बनने के पहले वो राज्य के शिक्षा मंत्री और उपमुख्यमंत्री भी रहे थे. प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाला कर्पूरी ठाकुर बाद में जनता पार्टी के साथ हो गए थे. बाद में वो जनता दल के साथ भी रहे.