17 अप्रैल 2022 बख्तियारपुर के लिए काफी खास दिन था, ये वो दिन था जब बख्तियारपुर के शैक्षिणिक विकाश की एक नयी पटकथा लिखी गयी और इसके साक्षी रहे आईपीएस विकाश वैभव, गुरु रहमान एबं कई गणमान्य लोग
गुरु रहमान के वह शब्द जब उन्होंने मंच से कहा की बख्तियारपुर अक्सर गैंगवार और राजनीती को लेकर प्रकाश में आता था, आज वहाँ कलम से क्रांति की बात हो रही है, यह अद्भुत है इसके पीछे जिस व्यक्ति का हाँथ है पवन कुमार जी उनके लिए मैं जितना बोलू कम है | उन्होंने आगे कहा कि जहा आजकल अगड़ी-पिछड़ी, ऊंच-नीच, हिन्दू-मुसलमान की राजनीती हो रही है वहाँ इस तरह कम करना एक साहसिक कदम है और इसमें बख्तियारपुर के लोगो को पवन कुमार का साथ देना चाहिए
आईपीएस विकाश वैभव ने कहा कि एक समय था जब पुरे विश्व के लोग बिहार पढ़ने के लिए आते थे लेकिन आज हमारे बच्चे बाहर जाकर पढ़ रहे है| शायद कही न कही हम अपने पूर्वजो कि दृष्टि को पढ़ने में सफल नहीं रहे| उन्होंने आगे कहा कि हमारे पूर्वजो कि दृष्टि ऐसी थी कि जब पुरे विश्व में ऐसी अवधारणा थी कि एक खाश वर्ग के लोग ही साशक हो सकते है , बिहार ने यह कर दिखाया था कि जो सक्षम है वह साशन कर सकता है , तभी मगध में नन्द वंश का उदय हुआ| आईपीएस विकाश वैभव का यह कहना था कि पवन कुमार जो शिक्षा का अलख जगा रहे है और उन्हें प्रोसाहित भी कर रहे है, उनको बख्तियारपुर के लोगो का साथ मिलना चाहिए.
प्राथना सीमेंट के संस्थापक पवन कुमार ने कहा कि अभी बहुत सारी योजनाएं जैसे पठन-पाठन से समबन्धित पुस्तके, नोटस, विषय के एक्सपर्ट एबं इ-लाइब्रेरी लायी जाएगी जिससे यहाँ के छात्र-छात्राये को उनके सपनो को पूरा करने में मदद मिलेगी|
चलते-चलते आपको बताते चले कि यह कार्यक्रम काफी सफल रहा| यहाँ सफलता का पैमाना सिर्फ भीड़ नहीं बल्कि युवाओ में नया जोश भर देने वाले संवाद एबं शैक्षिणिक विकाश के ऊपर दिए गए बल रहा | छात्र- छात्राओं को टैब एबं ट्रॉफी से सम्मानित किया गया| छात्र- छात्राओं के साथ उनके माता पिता में काफी उत्साह देखने को मिला|
अंततः हम यह कह सकते है कि नए बख्तियारपुर जो कि कलम से क्रांति लाने वाला होगा उसकी इबारत लिखी जा चुकी है और इस बख्तियारपुर के नए संस्करण में पवन कुमार का योगदान अविस्मरणीय होगा |
बख्तियारपुर से विशाल रंजन के साथ मनीषा कि रिपोर्ट