RABG LIVE NEWS DESK: कुढ़नी में ओवैसी की मजबूती से महागठबंधन में मचा हाहाकार !
कुढ़नी उपचुनाव को लेकर महागठबंधन ने ओवैसी को ललकारा !
क्या AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी बिहार की राजनीति का केंद्र बन गए हैं? क्या महागठबंधन के नेताओं को यह एहसास हो चुका है कि उन्हें चुनावों में भाजपा से नहीं बल्कि ओवैसी की पार्टी से जोरदार टक्कर मिलने वाली है? दरअसल एक समय था कि लालू प्रसाद यादव के खिलाफ हमला बोलकर बिहार में राजनीति की जाती थी. वहीं अभी भी ऐसी स्थिति है कि भाजपा देश में आयी किसी परेशानी का जड़ कांग्रेस को बताती है, उसी तरह बिहार के पिछड़ेपन के लिए शुरू से ही लालू को जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है और अभी भी कुछ लोग लालू पर निशाना साधते रहते हैं पर अब ऐसा लगता है कि बिहार में ओवैसी राजनीति का केंद्र बनते जा रहे हैं.
चाहें भाजपा हो या अन्य पार्टियां सभी पार्टियां आये दिन ओवैसी के खिलाफ हमला करके चर्चा में बने रहना चाहती है. हालांकि गोपालगंज में मिली हार के सदमे से महागठबंधन के नेता शायद अभी उबरे नहीं हैं तभी तो कुढ़नी चुनाव को लेकर भी ओवैसी से उनका डर साफ देखने को मिल रहा है. आपको बता दें कि कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को लेकर उम्मीदवारों की घोषणा अभी न तो महागठबंंधन ने की है और न भाजपा ने. इस बीच पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी ने कहा है कि कुढ़नी में AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी खड़े हो जाएं तो भी जनता उन्हें वोट नहीं देगी क्योंकि AIMIM और भाजपा का गठबंधन सामने आ चुका है और इनका ड्रामा अब नहीं चलने वाला. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव दानिश रिजवान ने बयान जारी कर कहा है कि गोपालगंज उपचुनाव के बाद AIMIM और भारतीय जनता पार्टी का आंतरिक गठबंधन एक्सपोज हो चुका है इसलिए ओवैसी की पार्टी का कोई उम्मीदवार तो छोड़िए खुद ओवैसी भी चुनावी मैदान में उतर जाएं तो भी उनकी हार तय है. गौरतलब है कि कुढ़नी में होने वाले उपचुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी ताल ठोकेगी. दूसरी ओर महागठबंधन के सात दलों के एक उम्मीदवार के मुकाबले भाजपा के उम्मीदवार होंगे.
ऐसे में AIMIM के उम्मीदवार उतारने की घोषणा से चुनावी माहौल गरमा गया है. AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया है कि कुढ़नी उपचुनाव में उनका वोट बैंक अच्छा है और वहां से उनके उम्मीदवार की जीत होगी. जाहिर सी बात है कि कुढ़नी में ओवैसी की पार्टी के इसी दावे से महागठबंधन के अंदर का खौफ साफ देखा जा सकता है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कुढ़नी में महागठबंधन, भाजपा और AIMIM के होने वाली टक्कर में किस पार्टी की जीत होती है.