RABG LIVE NEWS DESK : लोकसभा चुनावों से पहले विपक्ष किसी न किसी मुद्दे को लेकर लगातार एकजुट होता नजर आ रहा है. दरअसल यह विपक्ष को भी एहसास है कि आगामी चुनावों में भाजपा को मात देने के लिए उनकी एकता ही उनकी सबसे बड़ी ताकत बन सकती है. हालांकि चुनावों के दौरान विपक्ष का स्वरूप कैसा रहेगा यह तो वक़्त बतायेगा पर फिलहाल विपक्ष में काफी एकजुटता देखने को मिल रही है. इसी का एक नमूना फिर देखने को मिला जब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व में अखिल भारतीय सामाजिक न्याय महासंघ का पहला सम्मेलन आयोजित किया गया . दरअसल इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सीपीआईएम के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी, सीपीआई के जनरल सेक्रेटरी डी राजा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला सहित देश के कई दिग्गज नेता शामिल हुए. यानी कि स्टालिन के बुलावे पर विपक्षी नेताओं का हुजूम उमड़ पड़ा जो कहीं न कहीं भाजपा के लिए सख्त संदेश के समान है.
वैसे आज हमारी चर्चा तेजस्वी यादव पर केंद्रित है जिन्होंने इस सम्मेलन में भाजपा के खिलाफ जमकर निशाना साधा. आपको बता दें कि इस सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि सामाजिक न्याय के संघर्ष में हमें कई मंज़िलें हासिल हुई लेकिन अभी कई महत्वपूर्ण मुकाम बाकी हैं. उन्होंने कहा कि इसी के मद्देनजर बिहार में हमारी सरकार ने जातियों की सामाजिक आर्थिक परिस्थितियों के लिए अपने संसाधन से जाति आधारित सर्वेक्षण प्रारम्भ किया है. वहीं तेजस्वी यादव ने अपील की है कि कांग्रेस और अन्य विपक्ष शासित राज्य भी ऐसा करेंगे तो बेहतर समन्वय होगा तथा पूरे देश में संदेश जाएगा. तेजस्वी ने कहा कि आज भी विपक्ष शासित राज्यों में ओबीसी का 27% आरक्षण सही से लागू नहीं हो पाया है, जो सभी के लिये चिंता का विषय है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि भाजपा शुरू से ही आरक्षण और पिछड़ा विरोधी रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का चाल-चरित्र, नीति और नीयत हमेशा सामाजिक न्याय के खिलाफ रहा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने पिछड़ों की आबादी के अनुपात में यूनिवर्सिटीज़, सरकारी नौकरियों एवं केंद्रीय संस्थानों में हिस्सेदारी तथा निजी क्षेत्र में भी आरक्षण की सामूहिक मांग रखी है. तेजस्वी ने कहा कि सामाजिक न्याय के सरोकारों की धुरी की राजनीति ही ….धार्मिक उन्माद और साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की भाजपाई राजनीति का मुंहतोड़ जवाब दे सकती है. इस तरह विपक्ष के इस सम्मेलन में तेजस्वी यादव ने भाजपा को आरक्षण के मामले में घेरा. तो वहीं विपक्ष के कई नेताओं ने एकता दिखाकर यह संकेत दे दिया कि आगामी चुनावों में भाजपा के अच्छे दिन अब जाने वाले