RABG LIVE NEWS DESK: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विजय रथ को रोकने के लिए एक बार फिर उनके भतीजे विजय बघेल सामने आ खड़े हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी में दुर्ग के अपने सांसद विजय बघेल को पाटन विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा है।
एक बार फिर पाटन में चाचा भतीजे के बीच दिलचस्प मुकाबले के आसार दिख रहे हैं । इससे पहले तीन बार पाटन में चाचा भतीजे के बीच रोचक मुकाबला हो चुका है। इस मुकाबले में दो बार भूपेश बघेल ने जीत दर्ज की है तो एक बार विजय बघेल ने बाजी मारी है। यह चौथी बार होगा जब पाटन क्षेत्र में चाचा भतीजा के बीच चुनावी मुकाबला देखने को मिल रहा है। इन दोनों के बीच जो तीन मुकाबले पहले हुए हैं इसमें जीत हार का अंतर दस हजार वोट से कम का रहा है। वही जब 2018 के विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल ने पाटन से चुनाव लड़ा तो भाजपा प्रत्याशी को 1 लाख से ऊपर मतों के अंतर से हराया था।
ऐसे में यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि भूपेश के सामने विजय के आने के बाद चुनावी टसल कैसी होगी। पहली बार 2003 में भूपेश बघेल और विजय बघेल के बीच मुकाबला हुआ था। इस चुनाव में भूपेश बघेल महज 7000 वोटो से जीत दर्ज कर पाए थे। जबकि 2008 के चुनाव में विजय बघेल ने भूपेश बघेल को 8000 के करीब मतों से पराजित किया था । इसके बाद 2013 के चुनाव में फिर एक बार भूपेश बघेल ने पाटन सीट पर कब्जा जमाते हुए विजय बघेल को 10000 से कम मतो के अंतर से हराया था। इसके बाद भाजपा ने विजय बघेल को 2018 में विधानसभा का टिकट न देकर 2019 में दुर्ग लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था।
इसके बाद विजय बघेल ने दुर्ग लोकसभा सीट पर अपना कब्जा जमाया। अब पार्टी ने पुन: उन्हें विधानसभा का टिकट देकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने उतार दिया है। भूपेश बघेल हो या विजय बघेल दोनों ही प्रत्याशी अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। दोनों के दावे में कितना दम है यह 3 दिसंबर को मतो की गिनती के बाद पता चल पाएगा। फिलहाल सभी की नजर पाटन की लड़ाई पर टिकी हुई है। जहां चाचा भतीजे के बीच चुनावी मैदान में जोर आजमाइश दिीख रही है।