RABG LIVE DESK: खबर पटना से आ रही है जहां धोबी समाज के लोग अब हड़ताल पर जाएंगे लेकिन आपको बता दे कि आम लोगों के लिए नहीं बल्कि नेताओं और अधिकारियों का कपड़े धोने के लिए. अब तक आपने शिक्षक, स्टूडेंट, सफाईकर्मी और डॉक्टर हड़ताल पर जाते हुए देखा होगा , लेकिन अब सरकार से अपनी बात मनवाने के लिए पटना के धोबी भी हड़ताल पर जाने वाले हैं. इससे सबसे ज्यादा नुकसान नेताओं और अधिकारियों को होने वाला है .
क्योंकि धोबी समाज के लोगो ने नेताओं प्रशाशनिक अधिकारियों के कपड़े धोने का बहिष्कार कर दिया है. पटना के धोबियों ने 1 मार्च से किसी भी माननीय का कपड़े नहीं धोने का ऐलान कर दिया है.
धोबियों की मांग है कि सभी धोबीघाटों का जीर्णोद्धार किया जाए. और अगर इस पर जल्द से जल्द काम शुरू नहीं हुआ तो हम सभी सड़क पर उतरेंगे. बताते चले की धोबीघाट संघ के महासचिव ने चेतावनी दी है कि इस महीने के अंत तक धोबीघाटों के जीर्णोद्धार का काम शुरू नहीं हुआ तो 1 मार्च से मुख्यमंत्री, सभी मंत्रियों, सभी सांसदों, सभी विधायकों और सभी पार्षदों के अलावे सभी प्रशासनिक अधिकारियों के कपड़े धोना बंद कर देंगे .
अगर हड़ताल से बात नहीं बनी तो बिहार विधानसभा के चालू सत्र अवधि में विधानसभा का घेराव किया जाएगा. कैपिटल धोबीघाट संघ के महासचिव रामविलास प्रसाद ने कहा कि पटना में धोबी लंबे समय से धोबीघाट के जीर्णोद्धार की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन इसपर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. पटना नगर निगम की 25वीं सशक्त समिति की बैठक 24 अगस्त 2018 को हुई थी. इसमें निर्णय लिया गया था कि पटना के 6 धोबीघाटों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा. टेंडर भी किया गया. 6 धोबी घाटों का आवंटन भी हो गया, लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी आज तक एक भी घाट का जीर्णोद्धार नहीं किया गया. 2007 में धोबी घाट का निर्माण हुआ था जिसका उद्घाटन महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किये थे . लेकिन अभी सभी धोबी घाट की स्थिति जीर्ण शीर्ण हो चुकी है ।