RABG LIVE DESK; मुकेश साहनी और उनकी पार्टी वीआईपी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा भूमिका बांधी थी, उन्होंने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपना सियासी भविष्य दाव पर लगा दिया था, आपको बता दे की यहा तक की उनका यह हाल था की वे उत्तर प्रदेश में घूम घूम कर लोगों से यह अपील कर रहे थे कि बीजेपी को हर हाल में हरायें, लेकिन गुरुवार की शाम में जो परिणाम सामने आया उसके बाद मुकेश साहनी और उनके पार्टी दोनों सदमें में पड़े नजर आ रहे हैं, उत्तर प्रदेश के चुनाव की तैयारी कर रहे मुकेश साहनी ने दावा किया था कि 165 सीटों पर उनकी जाति के वोटरों की संख्या निर्णायक है,
लेकिन यह चुनाव होने से पहले ही यह हाल हुआ कि वह 165 सीटों पर भी अपने उम्मीदवारों को नहीं उतर पाए, मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सिर्फ 53 उम्मीदवार ही उतार पाए, साथ ही साथ आपको बता दे की अब तो बिहार मैं भी उनकी मंत्री की कुर्सी जाने का नौबत आ गया है, बीजेपी नेताओं की ये भावना मीडिय़ा के सामने भी आने लगी है. उत्तर प्रदेश चुनाव परिणाम आने के साथ ही बिहार में बीजेपी मंत्री मुकेश साहनी के इस्तीफे की मांग और विधानसभा में भी गुजने लगी है, जहां बीजेपी के विधायक हरि भूषण बेचोल ने मुकेश सहनी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग एक बार फिर कर दी है,
उनको परिषद नही भेजने को लेकर बीजेपी के बड़े नेताओं को पत्र लिखेंगे । वहीं उन्होंने कहा कि मुकेश साहनी ने बीजेपी का काफी नुकसान किया है, और वैसी स्थिति में उन्हें मंत्री पद पर भी बने रहना नहीं चाहिए, उनको जल्द से जल्द इस्तीफा देने की जरूरत है ,कांग्रेस ने भी समर्थन किया है ,कांग्रेस के विधायक और मुख्य सचेतक राजेश राम ने भी मुकेश सहनी को नसीहत देते हुए जल्द से जल्द इस्तीफा देने की मांग की है, मुकेश सहनी की काफी फजीहत हो रही है, इसलिए उनको जल्द से जल्द इस्तीफा देनी चाहिए।