RABG LIVE NEWS DESK : मुकेश सहनी ने बताया जल्द खोलेंगे गठबंधन को लेकर अपने पत्ते. दरअसल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. और जैसे जैसे चुनाव का समय नजदीक आएगा वैसे वैसे गठबंधन को लेकर स्थिति साफ हो जायेगी. ऐसे में मुकेश सहनी ने भी आगे की रणनीतियों का खुलासा किया. आपको बता दें कि VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए वीआईपी किसके साथ गठबंधन करेगी फिलहाल इसपर कोई फैसला नहीं लिया गया हैं.उन्होंने बताया कि नवंबर महीने तक वे बिहार और झारखंड समेत उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों का दौरा करेंगे और संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे. सहनी ने कहा कि नवंबर तक वे स्पष्ट कर देंगे कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में वह किस गठबंधन के साथ जाएंगे. उन्होंने कहा कि देश में पिछले 10 सालों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, उसकी समीक्षा की जाएगी. सहनी ने कहा कि अगर कार्यकर्ताओं को लगेगा कि भाजपा की सरकार बेहतर कार्य कर रही है, तो उसके साथ जाएंगे.और अगर कार्यकर्ताओं की समीक्षा में ऐसा अनुभव होगा कि विपक्ष के साथ रहना उचित होगा, तो उसपर भी फैसला लेंगे. वहीं नीतीश के विपक्षी एकजुटता की मुहिम पर सहनी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी कहा करते थे कि देश में मजबूत विपक्ष का होना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार विपक्ष को मजबूत कर रहे हैं, तो इसकी प्रशंसा की जानी चाहिए. यानि कि एक तरफ जहां बीजेपी और जेडीयू समेत तमाम दल लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी रणनीति पर काम कर रहे हैं .
तो वहीं दूसरी तरफ मुकेश सहनी ने भी अपनी पार्टी वीआईपी और अधिक मजबूत और धारदार बनाने की कवायद में जुट गए हैं. लेकिन उन्होंने फिलहाल भाजपा और जदयू दोनों के तरफ नरम रुख कायम किया है. ताकि आने वाले समय में वह गठबंधन को लेकर आसानी से निर्णय ले सकें. वैसे इस पर राजनीतिक जानकारों का यह कहना है कि मुकेश सहनी के लिये भाजपा से गठबंधन करना ही आसान विकल्प है. इसकी बड़ी वजह यह है कि महागठबंधन में इस वक़्त 7 दल हैं.और उन दलों के बीच सीट बंटवारा कैसा होगा यही कठिन सवाल नजर आ रहा है. ऐसे में अगर मुकेश सहनी महागठबंधन में शामिल होते हैं तो उनको मनमुताबिक सीटें मिलना थोड़ा मुश्किल है. हालांकि राजनीति में संभावनाओं का दरवाजा कभी बंद नहीं होता है. इसलिए मुकेश सहनी के लिए भी अभी पक्ष और विपक्ष दोनों गठबंधन के तरफ रास्ते खुले हैं. ऐसे में लोगों को मुकेश सहनी के फैसले का इंतजार रहेगा.