RABG LIVE DESK: नावकोठी (बेगूसराय) शुक्रवार को चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन प्रखण्ड क्षेत्र अन्तर्गत नावकोठी और समसा में कालरात्रि की पूजा अर्चना की गयी। नवरात्रि के सातवें दिन को दुर्गा सप्तमी के नाम से भी जानते हैं।
इस दिन मां कालरात्रि की पूजन का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां कालरात्रि दुष्टों का विनाश करने वाली हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मां कालरात्रि की पूजा करने वाले भक्तों पर मां दुर्गा की विशेष कृपा दृष्टि बनी रहती है। मां कालरात्रि के चार हाथ हैं। उनके एक हाथ में खड्ग (तलवार), दूसरे लौह शस्त्र, तीसरे हाथ में वरमुद्रा और चौथा हाथ अभय मुद्रा में हैं। मां कालरात्रि का वाहन गर्दभ है। नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि का पूजन किया गया ।
माता रानी को अक्षत, पुष्प, धूप, गंधक और गुड़ आदि का भक्तों ने भोग लगाया। मां कालरात्रि को रातरानी पुष्प अतिप्रिय है। दुर्गा माता का सातवां स्वरूप कालरात्रि का प्रिय रंग और पुष्प- मां कालरात्रि को रातरानी का पुष्प अर्पित करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि मां कालरात्रि को लाल रंग प्रिय है। इसलिए पूजा के समय लाल रंग का गुलाब या गुड़हल अर्पित करना चाहिए। सप्तमी पूजन के बाद भक्तों ने मां कालरात्रि से सुख समृद्धि और अमन चैन मांगा।/नावकोठी से नवीन कुमार मिश्रा की रिपोर्ट।धन्यवाद