RABG LIVE NEWS DESK :अरुणाचल प्रदेश के मुद्दे पर भारत और चीन एक बार फिर आमने-सामने. जी हां अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करने के लिए चीन समय-समय पर नाकाम कोशिश करता रहता है. लेकिन हर बार भारत के तरफ से जोरदार पलटवार किया जाता है. वैसे आज की चर्चा का विषय यह है कि एक बार फिर चीन ने अरुणाचल से जुड़ी जगहों का नाम अपने नक्शे में बदला है. जिस पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया है. दरअसल, चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने 1अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश के लिए 11 जगहों के Standardised नाम जारी किए, जिसे वह स्टेट काउंसिल, चीन की कैबिनेट की जारी भौगोलिक नामों पर नियमों के अनुसार ‘तिब्बत का दक्षिणी भाग ज़ंगनान’ बताता है. इस लिस्ट में दो रिहाइशी इलाक़े, पांच पर्वत चोटियां, दो नदियां और दो अन्य इलाक़े शामिल हैं. लिस्ट के साथ मैप भी जारी किया गया है. वहीं ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने जिन जगहों के नाम बदलने या ‘मान्यता’ देने का फैसला किया है.
उसमें अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के पास की एक जगह भी शामिल है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि बीते छह सालों में ये तीसरी बार है जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश की जगहों के नाम बदले हैं. बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश के इस हिस्से को जंगनान प्रांत बताता है. हालांकि इससे पहले, पिछले साल दिसंबर में भारत सरकार ने कहा था कि उसने चीन की तरफ से अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों का नाम “अपनी भाषा में” बदलने का प्रयास करने की रिपोर्ट देखी है….जी कि पूरी तरह से गलत है. वैसे एक बार फिर जब चीन ने अरुणाचल से जुड़ी जगहों का नाम अपने नक्शे में बदला है तो भारत ने इस पर सख्त रुख कायम किया है. इसपर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब चीन ने इस तरह की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि हम इसे सिरे से खारिज करते हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है. उन्होंने कहा कि आविष्कार किए गए नामों को सौंपने का प्रयास इस वास्तविकता को नहीं बदल पायेगा. इस तरह चीन की ऊंची हरकत पर भारत में करारा प्रहार किया है. भारत ने साफ कर दिया है कि अरुणाचल प्रदेश हिंदुस्तान का अभिन्न अंग है और इस सच्चाई को कोई नहीं बदल सकता.