बिहार के मोतिहारी जिले से खबर सामने आ रही है की जहां कुछ आसमाजिक लोग गांधी जी के मूर्ति को तोड़कर उन्हें अपमानित किया है, बता दे सोमवार की सुबह कुछ आसामाजिक लोग ने एक पार्क में स्थापित उनकी मूर्ति को खंडित कर दिया, और साथ ही बता दे कि यह मूर्ति मोतिहारी के गांधी स्मारक के सामने चरखा नामक पार्क में कुछ दिनों पहले ही लगाई गई थी, वहां के आसपास के लोगों ने जब उनकी मूर्ति को अलग-अलग जगह पर खंडित देखा, तो काफी दुखी हुए, और भड़क पड़े, और इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को दिया,और जानकारी मिलते ही सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया, बता दें कि इस मूर्ति को बापू के सत्याग्रह की याद में लगाया गया था।
लेकिन अब वहीं पर उनकी मूर्ति तोड़ कर फेंक दिया गया है। वही तुरंत बाद डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे ,और जांच पड़ताल करना शुरू कर दिया मोतिहारी के एसपी डॉ कुमार आशीष ने कहा आगे की जांच जारी रहेंगी ,पुलिस आस पास के CCTV फुटेज की लगातर जांच पड़ताल कर रही है, बता दे की चंपारण का किसान आंदोलन अप्रैल 1917 में हुआ था,गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह और अहिंसा के अपने आजमाए हुए अस्त्र का भारत में पहला प्रयोग चंपारण की भूमि पर किया गया था ,इसी आंदोलन के बाद उन्हें ‘महात्मा’ की उपाधि से विभूषित किया गया था |
बता दें कि कोऑपरेटिव सोशल रिस्पांसिबिलिटी कार्यक्रम के अंतर्गत पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड द्वारा चरखा पार्क विस्तारीकरण निर्माण कार्य किया गया था ,इसके साथ ही वहां के जिला अधिकारी ने नगर निगम प्रशासन को चरखा पार्क की समुचित सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरे, रात्रि सुरक्षा गार्ड, लाइटिंग आदि की अविलंब व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया। बिहार की मुख्य विपक्षी आरजेडी पार्टी ने गांधी जी की मूर्ति टुकड़े किए जाने का आलोचना करते हुए ट्वीट किया ,उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कहां की NDA राज मे गॉडसे समर्थकों के हौसले इतने बुलंद हो गए है की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की मूर्ति तोड़ी जा रही है ,और साथ ही उन्होंने कहा कि सुशासन बाबू के नाम पर ढोंग करते हैं, ऐसे आसामाजिक तत्वों को रोक नहीं सकते उनके लिए कुर्सी ही प्रथम और अंतिम सत्य है।