RABG LIVE NEWS DESK :मणिपुर में हिंसा की आग लगभग एक महीने से जारी है। हालात को काबू में करने के लिए आज से गृह मंत्री अमित शाह राज्य में तीन दिन के दौरे पर जा रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष का समाधान तलाशने के लिए 29 मई को हिंसा ग्रस्त राज्य का दौरा करेंगे वह 3 दिन तक विभिन्न स्थानों पर लोगों से बात करेंगे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी दी नित्यानंद रायने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर में 3 दिन वह जाति संकट को खत्म करने और सभी को न्याय दिलाने की दिशा में काम करेंगे हम विभिन्न स्थानों पर लोगों से बात करेंगे
AMIT SHAHने मणिपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और वादा किया कि समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करेंगे। गृहमंत्री जातीय संघर्षों का समाधान खोजने के लिए तीन दिनों तक राज्य में रहेंगे। इससे पहले अमित शाह ने मणिपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और वादा किया कि समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। मणिपुर 3 मई से हिंसा की आग में जल रहा है। शाह 1 जून तक मणिपुर में रहेंगे। गृह मंत्री हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और पीड़ितों से भी मुलाकात होगी। सबको उम्मीद है कि शाह के दौरे से जातीय संकट का समाधान निकल सकता है। अमित शाह कूकी और मैतेई समुदाय के संगठनों से भी मुलाकात करेंगे
दरअसल, 3 मई को कुकी समुदाय ने राज्य में प्रदर्शन किया था। ये लोग मैतेई समुदाय को मिले दर्जे का विरोध कर रहे थे। इसी प्रदर्शन के दौरान हिंसा शुरू हो गई थी। इसके बाद 4 मई को कुकी और मैतेई समुदाय आपस में भिड़ गए। इस दौरान जमकर आगजनी और तोड़फोड़ भी हुई। जिसके बाद 5 मई से राज्य में सेना की तैनाती कर दी गई।
गौरतलब है कि मैतेई समुदाय द्वारा अनुसूचित जनजाति (एसटी) के दर्जे की मांग के विरोध में 3 मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद मणिपुर में जातीय झड़पों में 75 से अधिक लोगों की मौत हो गईं। मैतेई मणिपुर की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत हैं और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। राज्य में हालात सामान्य करने के लिए अर्धसैनिक बलों के अलावा सेना और असम राइफल्स की लगभग 140 टुकड़ियां तैनात करनी पड़ी, जिनमें 10,000 से अधिक कर्मी शामिल हैं।