RABG LIVE DESK: 28 जुलाई पटना प्रदेश में विगत 17 वर्षों से निरंतर सत्ता पर आसीन सरकार के द्वारा कृषि और किसानों के प्रति उदासीनता के कारण आज प्रदेश भर के किसान और कृषि की हालत बद से बदतर स्थिति में पहुंच गई है । प्रदेश में कम वर्षा के कारण खरीफ फसलों की बुआई पूरी तरह लगभग ठप हो गई है|
प्रदेश के सभी जिले सूखे की चपेट से जूझ रहे हैं जबकि प्रदेश में 36000 किलोमीटर नहर होने की बात सरकारी दस्तावेज में दर्ज है जिसमें 2000 किलोमीटर नहरों का अवशेष भी समाप्त हो गया है वही सरकारी नलकूपों की भी हालत जर्जर है जिसके कारण अब कुल सरकारी नलकूपों मे से 10% भी नलकूप कार्य रूप में सक्रिय नहीं है जिसके कारण प्रदेश में कृषि की हालत चिंताजनक बनी हुई है। प्रदेश में सरकार द्वारा कृषि को लेकर आधारभूत संरचना के विकास और रखरखाव के प्रति सरकार के उदासीन रवैया ने प्रदेश के किसानों की कमर तोड़ दी है ।
उक्त बातें लोजपा रा के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट ने कही। प्रदेश में निम्न वर्षा के कारण इस वर्ष सिंचाई पर होने वाले वर्षों से चल रहे सरकारी बंदरबांट की पूरी तरह कलई खुल गई है नहरों में अब तक पर्याप्त पानी की व्यवस्था राज्य सरकार नहीं की है जिसके कारण खरीफ फसल की बुवाई प्रदेश में अब तक पूरी तरह हो अवरुद्ध है जो चिंता का विषय है। श्री भट्ट ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूरे प्रदेश को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करते हुए प्रदेश के सभी किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग की है ।
उक्त आशय की जानकारी प्रदेश मीडिया प्रभारी कुंदन पासवान ने दी।
कुंदन पासवान
प्रदेश मीडिया प्रभारी
मोः 9102432925