RABG LIVE NEWS DESK : मांझी के इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार, सुशील मोदी, चिराग पासवान पहुंचे…. क्या बिहार में होने वाला है खेल. दरअसल बिहार में इफ्तार पार्टी को लेकर अक्सर ही राजनीति देखने को मिलती है. वहीं कई बार ऐसा भी देखा गया है कि इफ्तार पार्टी से बिहार की राजनीतिक दिशा तय हुई है. ऐसे में इफ्तार पार्टी में राजनेताओं का पहुंचना या नहीं पहुंचना दोनों ही सुर्खियों में रहता है. वैसे आज की चर्चा की वजह यह है कि सीएम की इफ्तार में भाजपा नेताओं के शामिल नहीं होने के बाद मांझी की इफ्तार पार्टी में नया नजारा देखने को मिला. आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में जहां एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए….तो वहीं, दूसरी ओर भाजपा सांसद सुशील मोदी भी सीएम के बगल में बैठे दिखाई दिए. खास बात यह भी रही कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा सांसद सुशील ने एक जैसी सफेद फर वाली टोपी पहनी थी. वहीं इस मौके पर चिराग पासवान ने भी शिरकत की. देखें तो इस पार्टी के दौरान बिहार सरकार के मंत्रियों के अलावा भाजपा नेता, लोजपा (रामविलास) के नेताओं के शामिल होने से साफ है कि मांझी की इफ्तार पार्टी से किसी को परहेज नहीं है.
![मांझी के इफ्तार पार्टी में पहुंचे नीतीश, सुशील मोदी, चिराग !](https://rabglive.com/wp-content/uploads/2023/04/SUSIL-300x185.webp)
हालांकि, इससे पहले नीतीश कुमार और राजद की ओर से राबड़ी देवी के घर पर दी इफ्तार पार्टियों को लेकर विपक्षी दलों ने जमकर हमला बोला था.. परंतु आज वही नेता मांझी की पार्टी में शिरकत करते दिखाई दिए. ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि अचानक भाजपा नेता इफ्तार पार्टी में कैसे पहुँच गए. वहीं चिराग पासवान भी इस पार्टी में नजर आए. इसको देखकर राजनीतिक जानकर ऐसी आशंका जता रहे हैं कि हो सकता है बिहार के राजनीतिक दल अंदर ही अंदर कोई और खिचड़ी पका रहे हैं. हो सकता है कि मांझी ने जब दिल्ली जाकर अमित शाह से मुलाकात की हो तो उन्हें कोई ऐसा संकेत मिला….जिसके तहत भाजपा नेता सुशील मोदी के साथ साथ चिराग पासवान भी इसमें शामिल हो गए. वहीं नीतीश कुमार और सुशील मोदी का एक जैसा टोपी पहनकर आसपास बैठना भी राजद को खटक रहा होगा. वैसे भी नीतीश कुमार की रणनीति को समझना अच्छे अच्छों के लिए भी मुश्किल है.
इन सबके अलावा इस महामिलन में चिराग पासवान भी शामिल थे. देखें तो चिराग पासवान इस वक़्त किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं. ऐसे में क्या इस पार्टी में मांझी ने चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच की दूरी खत्म करने की कोशिश की. यानी कि मांझी की इफ्तार पार्टी ने कहीं न कहीं बिहार की राजनीति में खलबली मचा दी है. अब देखना यह है कि मांझी की इफ्तार पार्टी बिहार की राजनीति में क्या गुल खिलाती है.