RABG LIVE NEWS DESK: कुढ़नी फतह के बाद चिराग ने संसद में नीतीश सरकार की उड़ाई धज्जियां. जी हां चिराग पासवान ने संसद से महागठबंधन को यह एहसास करा दिया कि बिहार में बढ़ते अपराध पर वह शांत नहीं बैठने वाले. आपको बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान लोकसभा में बिहार की खराब कानून-व्यवस्था पर जमकर बरसे. वहां चिराग पासवान ने बिहार की कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाया. लोकसभा में बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य की आपराधिक घटनाओं से जुड़े मामलों की जांच CBI से करानी चाहिए.
लोकसभा में शून्यकाल में अपनी बात रखते हुए लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दावा किया कि बिहार में अनुसूचित जाति वर्ग से जुड़े लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन राज्य सरकार खामोश है. इस दौरान उन्होंने कई मामलों में बिहार प्रशासन की मिलीभगत का भी आरोप लगाया. चिराग पासवान ने आगे कहा कि एक सांसद होने के कारण मैं संघीय ढांचे को समझता हूं. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य सरकार के अंदर ही आती है लेकिन अगर आपराधिक गतिविधियां इतनी बढ़ जाए तो केंद्र सरकार को एक्शन लेना पड़ता है. चिराग ने कहा कि अब इन मामलों की सीबीआई जांच हो और अब केंद्र सरकार इन पीड़ित परिवार को न्याय दिलाए. उन्होंने कहा कि मैं अपनों को खोने का दर्द जानता हूं इसीलिए इस तरह की घटना नहीं देख पाता हूं.
इस दौरान भाजपा के कुछ सांसद भी उनकी बात का समर्थन करते नजर आए. बता दें कि भाजपा सांसद सतीश चंद्र दुबे ने भी बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति को राज्यसभा में उठाया. हालांकि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति के मुद्दे पर आरजेडी-जेडीयू और कांग्रेस के सांसदों ने खड़े होकर कड़ी आपत्ति जताई. इस पर सदन के सभापति ने कहा कि मुद्दों को उठाया जा सकता है और अगर कोई आपत्तिजनक बात सामने आती है तो उस पर अध्यक्ष द्वारा विचार किया जाएगा. इस तरह बिहार में बढ़ते अपराध पर चिराग पासवान नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर बरसे. वैसे इससे पहले भी चिराग पासवान बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर चुके हैं.
चूंकि यह मुद्दा अब संसद पहुंच चुका है ऐसे में अगर बिहार की स्थिति केंद्र को बदतर नजर आयी तो फिर गृह मंत्रालय इस पर एक्शन ले सकता है और राज्य में राज्यपाल की अनुशंसा पर राष्ट्रपति शासन भी लग सकता है. सीधे शब्दों में कहें तो चिराग पासवान बिहार की दयनीय स्थिति के खिलाफ जिस तरह से हमलावर नजर आ रहे हैं उसको देखते हुए नीतीश सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है.