RABG LIVE NEWS DESK: पशुपति पारस को जोर का झटका देने की तैयारी में जुटे चिराग पासवान. ही हां लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बिहार की राजनीति में काफी एक्टिव हैं. इसी कड़ी में चिराग पासवान अब चाचा पशुपति पारस को झटका देने की तैयारी में हैं. दरअसल पशुपति पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद महबूब अली कैसर ने पटना में चिराग पासवान से मुलकात की. बता दें कि सांसद महबूब अली कैसर और चिराग पासवान के बीच हुई मुलाकात के बाद सियासी गलियारे में तरह-तरह की चर्चा हो रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या कैसर की घर वापसी हो सकती है. महबूब अली कैसर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं और बाद में वह रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल हो गए थे.
2014 में वह लोजपा के टिकट पर खगड़िया लोकसभा से चुनाव लड़े और जीत हासिल की. दूसरी बार 2019 में भी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया और वह लोकसभा के सांसद बने, लेकिन रामविलास पासवान के निधन के बाद जब चिराग पासवान के खिलाफ चाचा पशुपति कुमार पारस ने मोर्चा खोला तो कैसर भी उनके साथ हो लिए. वहीं अब सूत्रों के अनुसार महबूब अली कैसर 2024 लोकसभा चुनाव चिराग पासवान की पार्टी से लड़ सकते हैं. इस तरह चाचा की पार्टी को चिराग पासवान बड़ा झटका दे सकते हैं, जबकि बीजेपी कोशिश में है कि चाचा-भतीजा एक हो जाएं. लेकिन चिराग और पारस समझौता करने के मूड में नहीं हैं. लोजपा रामविलास में चिराग पासवान अकेले सांसद हैं. जबकि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी में केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस, सांसद प्रिंस राज, सांसद चंदन सिंह, वीना देवी, महबूब अली कैसर हैं. पारस के पार्टी में कुल पांच सांसद हैं. वैसे हाल के दिनों में बिहार में हुए विधानसभा उपचुनावों में चिराग पासवान ने बीजेपी के लिए प्रचार किया था. जल्द वह औपचारिक रूप से एनडीए में वापसी कर सकते हैं. लेकिन बीजेपी चाहती है कि पारस और चिराग हाथ मिला लें पर दोनों इसके लिए तैयार नहीं हैं. इसी बीच पारस के पार्टी के सांसद महबूब अली कैसर की मुलाकात के बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया है. अब देखना यह है कि महबूब अली कैसर आगे क्या निर्णय लेते हैं.