RABG LIVE NEWS DESK: रिपोर्ट:- धर्मेन्द्र कुमार सिंह \ बिक्रमगंज/रोहतास । जातीय जनगणना का कोई विरोध नहीं है,लेकिन गणना की विसंगतियों को लेकर हर वर्ग में विरोध है । चाहे वे हाशिये वर्ग या पिछड़ा वर्ग के लोग हों या फिर सवर्ण । इसका विरोध पूरे बिहार में है ।
उक्त बातें शाहाबाद के समाजसेवी प्रो० बलिराम मिश्रा ने कहा । प्रो० मिश्रा ने कहा कि धानुक, पासी, बिंद, तेली, मल्लाह तथा कुशवाहा आदि समाज भी इस जनगणना की विसंगतियों की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कर पुनः सर्वेक्षण कराने की मांग किया है । उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि ऐसे हजारों की संख्या में गरीब परिवार है,
जो अपनी रोजी-रोटी की तलाश में परिवार के साथ अन्य प्रदेशों में रह रहा है और जो विशेष त्योहारों और अवसरों पर आता है। उसकी गणना हुई ही नहीं, जो जनगणना की विसंगतियों के कई कारणों में एक कारण यह भी है । जबकि लाखों घरों को सर्वेक्षण के दौरान प्रगणकों द्वारा स्पर्श ही नहीं किया गया । प्रो० मिश्रा ने राज्यपाल से इसमें हस्तक्षेप करने और सरकार को फिर से जनगणना कराने की अपनी अनुशंसा भेजने की मांग की है ताकि इसमें पारदर्शिता लाई जा सके तथा हर जाति-वर्ग और संप्रदाय को उनका मान-सम्मान मिल सके ।