RABG LIVE NEWS DESK : बिहार विधानसभा में मचा घमासान. जी हां बिहार विधानसभा में प्रदर्शन करने वाले भाजपा विधायक जीवेश मिश्र को मार्शल आउट किया गया. मार्शलों ने जीवेश मिश्र को टांग कर उन्हें सदन के बाहर लाकर छोड़ दिया. आपको बता दें कि स्पीकर अवध बिहारी चौधरी के निर्देश पर मार्शलों ने जीवेश ने सदन से उठाकर बाहर कर दिया. दरअसल, विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद जीवेश मिश्र ने सासाराम और नालंदा में हुई हिंसा का मुद्दा उठाया. उन्होंने नीतीश कुमार से मांग की कि वे सदन में आकर जवाब दें. इसी मुद्दे पर हंगामा होने पर उन्हें स्पीकर ने मार्शलों से उठवाकर बाहर करा दिया. जिसके बाद जीवेश मिश्र ने कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि बिहार में रामनवमी पर जो हिंसा हुई और हिंदुओं का कत्लेआम किया गया उसे लेकर उन्होंने सदन में आवाज उठाई थी. उसे लेकर मुख्यमंत्री से हमने सदन में आकर जवाब देने को कहा था.
लेकिन स्पीकर ने एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए मार्शल आउट करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि आज इस घटना से लोकतंत्र शर्मसार हुआ है. भाजपा नेता ने कहा कि बिहार की जनता देख रही है कि सदन में किस तरह से हिंदुओं पर हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. बता दें कि बिहार विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन प्रश्नकाल के दौरान बीजेपी विधायकों ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा….और नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए. विजय सिन्हा ने कहा कि हमलोगों ने कई गंभीर मुद्दे उठाये लेकिन सरकार ने संज्ञान नहीं लिया. उन्होंने कहा कि रामनवमी पर उपद्रव हुआ,सरकार पूरी तरह से लापरवाह रही….साथ ही बिहार सरकार अपहरण, हत्या, रंगदारी की घटना को रोकने में विफल रही. इसी दौरान टेबल पीटने के आरोप में स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने भाजपा विधायक जीवेश कुमार को मार्शल से बाहर फेंकवा दिया. इसके बाद भाजपा विधायक और उग्र हो गए. वहीं भाजपा विधायकों ने बेशर्म अध्यक्ष इस्तीफा दो के नारे लगाये. इस पर सत्ता पक्ष ने कड़ा विरोध जाताया. कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि विपक्ष ने अससंदीय बात कही है. यह कहीं से उचित नहीं है. इस पर स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने कड़ा प्रतिकार करते हुए कहा कि आसन बेशर्म नहीं है, बल्कि ये लोग बेशर्मी का काम कर रहे हैं. स्पीकर ने कहा कि जनहित के सभी मुद्दों पर सरकार हर समय जवाब देने को तैयार है. लेकिन विपक्ष का हंगामा करने का रवैया ठीक नहीं है. स्पीकर ने कहा कि विपक्ष की यह परिपाटी गलत है. ये लोग तुरंत वेल में पहुंच जाते हैं. वहीं विपक्ष के भारी हंगामे के बीच ससंदीय कार्य मंत्री ने कहा कि यह कौन सी व्यवस्था है कि विपक्ष के लोग बोलेंगे और दूसरे नहीं बोलेंगे. इस तरह विधानसभा में एक बार फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार तकरार देखने को मिली.