RABG LIVE NEWS DESK: आजादी के 75 वर्षों के बाद भी आखिर बिहार बदहाल क्यों. आखिर इसके लिए कौन है जिम्मेदार. ऐसा नहीं है कि बिहार में संसाधन की कमी है….क्योंकि जब बिहार और झारखंड साथ था तो उस समय प्रदेश संसाधन के मामले में भी काफी धनी था…फिर भी विकास नहीं हुआ. लेकिन आज हमारी चर्चा संसाधन पर नहीं बल्कि उन अभिनेताओं पर केंद्रित है…
.जिनका जन्म तो बिहार में हुआ लेकिन उन्होंने अपने प्रदेश की भलाई के लिए कुछ भी करना जरूरी नहीं समझा. इस कड़ी में सबसे पहला नाम शत्रुघ्न सिन्हा का है. जैसा की हम जानते हैं कि शत्रुघ्न सिन्हा मशहूर नेता और अभिनेता हैं…पर उन्होंने कभी भी बिहारियों का समर्थन करना जरूरी नहीं समझा. लेकिन जैसे ही उनकी बेटी सोनाक्षी सिन्हा बड़ी हुई…. तो उन्होंने अपनी बेटी को सफल अभिनेत्री बनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया. यानी की बेटी के लिए उनका सिद्धांत खत्म हो गया. अगर वह चाहते तो बिहार के कई लोगों को फिल्म इंडस्ट्री में मौका दिलवा सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इन सबके अलावा उनकी पकड़ राजनीति जगत में भी काफी ज्यादा मजबूत थी.
वे काफी समय तक भाजपा के नेता बने रहे….और सत्ता में भी रहे….लेकिन उन्होंने जनता की भलाई करने से ज्यादा खुद की कुर्सी पर ध्यान दिया. इसकी वजह से उनका राजनीतिक कैरियर भी एक तरह से समाप्त हो गया. वहीं बात उनकी बेटी सोनाक्षी सिन्हा की करें तो वह भी बिहार के लिए कुछ भी करने को तैयार नजर नहीं आ रही हैं. इन सबके अलावा पंकज त्रिपाठी जो मौजूदा समय में फिल्मी जगत का सबसे ज्यादा चर्चित चेहरा हैं वह भी अपनी रोटियां सेंकने में लगे हैं. यहां सवाल यह उठता है कि क्या इन अभिनेताओं की यह नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती कि वे बिहार की तरक्की के लिए कुछ करें. क्या बड़ा और मशहूर होने के बाद बिहारियों की जिम्मेदारी अपने राज्य के प्रति समाप्त हो जाती है….और अगर सभी लोगों ने अपने हाथ खड़े कर दिए तो फिर बिहार को तरक्की कैसे मिलेगी.