भारत ने रक्षा क्षेत्र में मजबूती से बढ़ाया कदम. जी हां भारत धीरे-धीरे मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया के दम पर आत्मनिर्भरता की ओर मजबूती से कदम आगे बढ़ा रहा है. इसी का एक उदाहरण फिर से देखने को मिला. आपको बता दें कि भारत ने इंटरसेप्ट लॉन्ग रेंज मिसाइल का सफल परीक्षण करके मिसाइल कवच की ओर बड़ा कदम बढ़ा दिया है. वैसे यह परीक्षण आसान नहीं था लेकिन भारत को लॉन्ग रेंज की इस मिसाइल को टेस्ट करने में सफलता हासिल हुई है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि पहली बार डीआरडीओ ने इस तरह का टेस्ट किया और इसमें उसे सफलता मिली. इसका नाम एडी-1 है.
मिसाइल को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह वायुमंडल की ऊपरी सतह और निचली सतह दोनों ही जगह बलिस्टिक मिसाइल और फाइटर प्लेन को धराशायी कर सके. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह बहुत ही अनोखी मिसाइल है. इसमें आधुनिक तकनीक उपलब्ध है जो कि बहुत कम देशों के पास है. जानकारी के मुताबिक यह मिसाइल वायुमंडल के बाहर वार करने में भी सक्षम है. यह बलिस्टिक मिसाइल के सामने बहुस्तरीय सुरक्षा प्रदान करेगी. बता दें कि ओडिशा में एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप पर दूसरे चरण के परीक्षण में मिसाइल का सफल टेस्ट हो पाया. एडी-1 मिसाइल दो स्टेज के सॉलिड मोटर से लैस है. इसमें अडवांस कंट्रोल सिस्टम लगाया गया है. इसके अलावा टारगेट करने के लिए नेविगेशन और गाइडेंस बहुत ही उच्च श्रेणी का है. जाहिर सी बात है कि इस उपलब्धि से केंद्र सरकार गदगद है तभी तो रक्षा मंत्री ने कहा कि यह मिसाइल भारत के रक्षा कवच को और मजबूती देगी. वहीं डीआरडीओ के चीफ समीर वी कामत ने कहा कि अलग- अलग टारगेट को हिट करने में यह इंटरसेप्टर बहुत काम आएगा. इस तरह भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और उपलब्धि हासिल की है.