RABG LIVE NEWS DESK : सचिन पायलट के आगे झुकने के लिए तैयार नहीं है कांग्रेस, अब लेगी एक्शन. जी हां विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सचिन पायलट और अशोक गुट के बीच तनातनी बढ़ गयी है. इस तनातनी से राजस्थान में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. जिसके बाद कांग्रेस एक्शन में है. दरअसल राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के अनशन को लेकर राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को को रिपोर्ट सौंपी !
![सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन के मूड में कांग्रेस !](https://rabglive.com/wp-content/uploads/2023/04/SPIOLT-300x167.jpeg)
रंधावा ने कहा कि सचिन पायलट पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि राजस्थान को पंजाब नहीं होने दूंगा. हालांकि रंधावा ने यह भी कहा कि सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार का जो मुद्दा उठाया है वो सही है. लेकिन उनका तरीका गलत है. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को पहले मुझे बताना चाहिए था. क्योंकि मैं राजस्थान का प्रभारी हूं. वहीं सूत्रों ने बताया कि सचिन पायलट के अनशन से गांधी परिवार भी नाराज है. वैसे अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच फिर से मतभेद उजागर होने के बाद राजस्थान में कांग्रेस बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने संकेत दिया है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान को खत्म करने और पार्टी में एकता बहाल करने के लिए एक ‘बड़ा बदलाव’ किया जाएगा. सूत्रों ने कहा कि इस बदलाव का समय और इसकी प्रकृति कई कारकों पर निर्भर करेगी.
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इसमें अन्य सीनियर नेताओं से प्रतिक्रिया और राज्य की राजनीतिक स्थिति का आकलन भी शामिल है. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व 2021 में पंजाब में की गई गलतियों को दोहराना नहीं चाहता है. गौरतलब है कि वहां पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने विधानसभा चुनाव से महीनों पहले पार्टी छोड़ दी थी और अपना खुद का संगठन बना लिया था. वैसे बात सचिन पायलट की करें तो इस बार पायलट ने भले ही मौन धारण किया था लेकिन उनकी चुप्पी ने सियासी गलियारों में जयपुर से लेकर दिल्ली तक हलचल मचा दी . पायलट के समर्थकों का कहना है कि कांग्रेस में दूसरे युवा नेताओं के विपरीत पायलट में सीएम बनने की खूबियां ज्यादा है. इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें पीसीसी अध्यक्ष के रूप में राजस्थान भेजा. वहीं विरोधी खेमे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके सिपहसालार पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. लेकिन पायलट भी इस बार आर या पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं. हालांकि कांग्रेस जिस तरह से सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन के मूड में है. उससे यह साफ है कि राजस्थान की राजनीति में कुछ बड़ा होने वाला है.