RABG LIVE NEWS DESK: देश में लोकतंत्र है खतरे में. जी हां यह कहना है जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का. आपको बता दें कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि देश आज अधिनायकवाद की ओर जा रहा है…. केंद्र की सरकार ने अघोषित रूप से सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है….इसलिए लोकतंत्र खतरे में है. उन्होंने कहा कि देश की मौजूदा स्थिती हमें इमरजेंसी याद आती है… उस समय की जो परिस्थिति थी, आज उससे भी बदतर स्थिति हो गई है. ललन सिंह ने कहा कि जिस किसी ने भी केंद्र सरकार का विरोध किया उनके यहां सीबीआई और ईडी गई है. उन्होंने कहा कि देश की मूल समस्या पर कोई चर्चा नहीं हो रही है… मंहगाई और बेरोजगारी पर कोई बात ही नहीं है. ललन सिंह ने कहा कि आठ साल पहले भाजपा ने कहा था कि हर वर्ष दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे…. पर अब तक 16 करोड़ लोगों के रोजगार का कोई हिसाब ही नहीं है. ललन सिंह ने कहा कि लोगों का ध्यान बांटने को लेकर धार्मिक उन्माद फैलाया जाता है…और देश की जनता कोई हिसाब नहीं मांगे, इसलिए ध्यान भटकाया जाता है. ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार का एक-एक काम देश के लिए नजीर बने हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने बिहार में नगर निकाय चुनाव नहीं हो इसके लिए षड्यंत्र किया….लेकिन बिहार में नीतीश कुमार जब तक हैं तब तक अति पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को कोई छू नहीं सकता. वहीं जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमलोग नारा लगाया करते थे कि कर्पूरी तेरे अरमानों को, हम दिल्ली पहुंचाएंगे…लेकिन अब नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम दिल्ली पहुंचेंगे. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि भाजपा देश को बर्बाद करने का काम कर रही है. इसके साथ ही जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि छह महीने के लिए नीतीश कुमार को दिल्ली भेज दीजिए…. केंद्र की सरकार अपने आप गिर जाएगी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ही भाजपा का मुकाबला करेंगे, क्योंकि उन्हें सीबीआई और ईडी का डर नहीं है. केसी त्यागी ने कहा कि आज 1974-75 के दौर से भी खराब स्थिति है. उन्होंने कहा कि गैर भाजपाई राज्यों में ऐसे राज्यपाल भेजे जा रहे हैं, जो वहां की सरकार के लिए समस्या उत्पन्न कर सकें. केसी त्यागी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 2024 का आम चुनाव भ्रष्टाचार का विरोध और परिवारवाद के खिलाफ लड़ा जाएगा और इन दोनों मामले में नीतीश कुमार प्रथम हैं. इस तरह देश में लोकतंत्र की मौजूदा स्थिति पर जदयू नेताओं ने खुलकर हमला बोला और उन्होंने साफ साफ कहा है कि देश में इस वक़्त इंदिरा गांधी के राज में लगे इमरजेंसी से भी खराब स्थिति है. अब देखना यह है कि जदयू आने वाले समय किस तरह इन मुद्दों पर जनता का समर्थन हासिल करने की कोशिश करती है.