नगर परिषद की लापरवाही से पण्डितपुर तालाब का अस्तित्व खतरे में
राजगीर।नगर परिषद क्षेत्र के बीचोबीच पण्डितपुर में प्राचीन तालाब नगर परिषद की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहा है।
इस तालाब का अस्तित्व अब खतरे में हैं। बिहार सरकार का जल जीवन हरियाली अभियान भी इस तालाब का जीर्णोद्धार नही करा सका है।तालाब में वर्षों से सफाई नही होने के कारण तालाब का पानी बदबू दे रहा है।तालाब अब दलदल में तब्दील हो गया है। पण्डितपुर के तीन वार्डो की घनी आबादी के बीच मे स्थित यह तालाब नगर परिषद की उपेक्षा का दंश झेल रहा है।
पण्डितपुर निवासी नवींद्र कुमार ने कहा कि नगर परिषद द्वारा साफ सफाई अभियान चलाया जाना चाहिए। इस स्थान पर सामाजिक बैठक होता है लेकिन तालाब में गंदगी के कारण अब बैठना मुश्किल हो गया है।
युवा छात्र कुंदन कुमार ने कहा कि तालाब के साफ सफाई,सौंदर्यीकरण और विकास के लिए लोगो के द्वारा लगातार जनप्रतिनिधियों को कहा गया लेकिन आजतक इस तालाब पर किसी की आंखे नही खुली।उन्होंने कहा कि वे बचपन से जवान हो गए लेकिन अभीतक तालाब का विकास होते नही देखा है।
दयासागर वर्मा एवँ सिकन्दर कुमार ने कहा कि सरकार की जल जीवन हरियाली प्रोजेक्ट धरातल पर नही उतर रहा है।न तो इसके जीर्णोद्धार के लिए कभी विभागीय पहल हुआ और ना ही कभी इसके विकास के लिए किसी ने चिंता किया है।
पण्डितपुर निवासी विजय कुमार,चुन्नू, उमेश राजवंशी,सोनू,राजन, राजेश राजवंशी सहित अन्य लोगो ने बताया कि नगर परिषद स्तर पर कभी भी इस तालाब की उड़ाही और सफाई का कार्य नही किया गया है।लोगो ने इस तालाब के गंदा पानी का निकास करवाने और सौंदर्यीकरण करवाने की मांग प्रशासन से की है।स्थानीय लोगो ने कहा नगर परिषद द्वारा नाली निर्माण के बाबजूद नाली का पानी तालाब में जा रहा है, जिसको रोकने की ज़रूरत है।
समस्या के संदर्भ में नगर कार्यपालक मो जफर इकबाल से बात करने की कोशिश की गई लेकिन कॉल रिसीव नही हो सका