मुलायम यादव के समधी ने किया दावा, BJP में ओबीसी नेताओं की कमी नहीं, अखिलेश की हार तय

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मुलायम सिंह यादव के समधी और फिरोजाबाद की सिरसागंज  से MLA हरिओम यादव सपा पार्टी को छोड़ कर अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं.आपको बता दे की समाजवादी पार्टी से तीन बार विधायक रहे हरिओम यादव ने एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव पर बड़ा आरोप लगाया.

मुलायम यादव के समधी ने किया दावा, BJP में ओबीसी नेताओं की कमी नहीं, अखिलेश की हार तय

उन्होंने कहा कि प्रोफेसर रामगोपाल यादव और उनका बेटा समाजवादी पार्टी को खत्म करने की साजिश रच रहा है. मुलायम सिंह यादव ने मुझसे कहा था कि रामगोपाल यादव, अखिलेश को बर्बाद कर देगा. बीजेपी में शामिल हो चुके हरिओम यादव ने कहा कि शिवपाल यादव का भी अपमान हुआ. वो अच्छे नेता हैं.

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उनको ही पार्टी से बाहर रखा गया. बाप-बेटे समाजवादी पार्टी को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं.हरिओम यादव ने कहा कि जो बीजेपी छोड़कर जा रहे हैं वो फुंके हुए कारतूस हैं.स्वामी प्रसाद मौर्य भी चुनाव हारेंगे. बीजेपी में ओबीसी पिछड़े नेताओं की कमी नहीं है.

कई नेता केंद्र में मंत्री हैं.उन्होंने आगे कहा कि सीएम योगी ईमानदार आदमी हैं. कड़क हैं. प्रशासन ऐसे ही चलता है. नेताजी समाजवादी पार्टी के नेता रहे उन जैसा नेता होना मुश्किल है. मैंने अपना स्वाभिमान बचाने के लिए पार्टी छोड़ी.

जोखिम भी तो बड़ा है. बीजेपी तो छोड़ने वाली है नहीं, ये तो वो और उनके स्ट्रैटेजी बनाने वाले उनके नेता भी जानते ही होंगे. मुलायम सिंह यादव के समधी हरिओम यादव के बाद, खबरों के मुताबिक, उनकी छोटी बहू अपर्णा यादव की भी बीजेपी से बातचीत फाइनल ही बतायी जा रही है.

अगर उलटी गंगा बहने लगी तो वोटर तक जो मैसेज पहुंचाने की कोशिश हो रही है, वो भी बीजेपी न्यूट्रलाइज कर देगी. फिर तो स्ट्रैटेजी ही फेल समझी जाएगी.

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बेशक चुनावी रैलियों पर रोक नहीं लगी होती तो ज्यादा फायदा होता. वैसे अखिलेश यादव भी तो रथयात्रा के जरिये यूपी का इधर उधर करके एक चक्कर लगा ही आये हैं. लेकिन बीजेपी में भगदड़ मचाकर अखिलेश अपने वोटर को समझा पाये हैं

वो तो जरूरत से ज्यादा ही एक्स्ट्रा है. कम से कम वो वोटर जो अखिलेश और बीजेपी को लेकर कन्फ्यूजन में है उसे फैसला लेने का मौका तो अखिलेश ने दे ही दिया है – बीजेपी पिछड़ो की नहीं, अगड़ों की पार्टी है.

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