भारतीय जनता में आज कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में ये नेता बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे.
कानपुर के कमिश्नर रह चुके असीम अरुण भी आज बीजेपी में शामिल होंगे. उन्होंने राजनीति में जाने के लिए वीआरएस लिया है. बीजेपी ज्वाइन करने के बाद वो विधान सभा चुनाव भी लड़ सकते हैं.
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विधान सभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और नेताओं का दलबदल का खेल जारी है. कई नेता बीजेपी छोड़ कर सपा तो कई सपा छोड़ बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. बीएसपी और कांग्रेस के नेताओं ने भी दलबदल किया है.
जहां एक तरफ स्वामी प्रसाद मौर्य समेत कई नेता बीजेपी छोड़ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं तो फिरोजाबाद की सिरसागंज सीट से विधायक और मुलायम सिंह यादव के समधी हरिओम यादव बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं.
बीजेपी में भगदड़ मच गई है?
वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान कहते हैं, “मौर्य और अन्य नेताओं के इस्तीफ़ों से ज़ाहिर हो रहा है कि इन लोगों को समझ आ रहा है कि बीजेपी एक अपर कास्ट (सवर्ण वर्ग) पार्टी हो गई है. ख़ासतौर से योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से पांच साल के शासन में ठाकुर वर्ग को अहमियत दी है उससे अन्य पिछड़े वर्गों में नाराज़गी है.
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अब जो हालात बन रहे हैं और जिस तरह से लोग पार्टी छोड़ रहे हैं, ख़ासकर ओबीसी नेताओं में एक भगदड़ सी मच गई है, वो बीजेपी और योगी आदित्यनाथ को छोड़कर भाग रहे हैं, इससे लग रहा है कि बीजेपी का कम्यूनल कार्ड फ़ेल हो रहा है.”
— RPN Singh (@SinghRPN) January 25, 2022
आरपीएन के पिता स्व. सीपीएन सिंह इंदिरा गांधी सरकार में रक्षा राज्य मंत्री रहे. गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल में यूपी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. उन्हें सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लिया. इसके बाद से वह लगातार बीजेपी पर हमला बोल रहे हैं.