बिहार: पटना सिटी गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथि राजेंद्र सिंह के निधन पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश सचिव सरदार रंजीत सिंह ने गहरी शोक प्रकट करते हुए उन्होंने कहा की उनकी निधन से सिख समाज काफी आहत है और सवाल यह भी उठ रहा हैं की आखिरखार किस परिस्थिति में गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथि राजेंद्र सिंह का निधन हुआ है यह भी एक जांच का विषय बना हुआ है.
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जिस प्रकार से ग्रंथि के परिवार वाले लोग इसे हत्या कह रहे हैं तथा कुछ लोग आत्महत्या बता रहे हैं ऐसी स्थिति में तो राज्य सरकार को इनकी हत्या की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन करना चाहिए जिससे कि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके अगर जांच के दौरान इनकी हत्या में जिन लोगो का भी नाम सामने आता है.
उन्हें किसी भी परिस्थिति में सरकार नहीं बख्से और आगे की कार्रवाई करते हुए सरकार जल्द से जल्द जांच का निर्देश दे ताकि सब कुछ स्पष्ट हो सके हम सरकार से यही मांग करते है।
श्रीहरमंदिर साहिब 10वें गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मस्थली है
पटना का श्रीहरमंदिर साहिब सिखों के 10वें और आखिरी गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मस्थली है। गुरु गोबिंद सिंह का जन्म 22 दिसंबर 1666 को पटना में हुआ था। सिखों की आस्था से जुड़ा ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल है। जन्म स्थान पर महाराजा रणजीत सिंह ने गुरुद्वारा का निर्माण कराया था।
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इस प्रसिद्ध और एतिहासिक गुरुद्वारे में गुरु गोबिंद सिंह की कृपाण, उनकी खड़ाऊं और कंघा विराजमान है। इस गुरुद्वारे को तख्त श्री पटना साहिब भी कहा जाता है ‘ग्रंथी’, सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब के संरक्षक के रूप में कार्य करते हैं।