छपरा सारण शराब कांड में हुई मौतों तथा मामले के पर्दाफाश के बाद शासन व पुलिस हरकत में आ गई है।
जिसे लेकर सोमवार के दिन एसडीओ के नेतृत्व में राजगीर के विभिन्न होम्योपैथकि के थोक बिक्रेता की दुकानों पर रेड एण्ड सर्च अभियान चलाया गया। इस अभियान में डीएसपी प्रदीप कुमार, ड्रग्स इन्स्पेक्टर राजेश कुमार व संजीव कुमार भी शामिल थे।
इस दौरान दुकानदारों में सभी दवाईयां का स्टाक बिक्रय पंजी, लाईसैंस आदि की गहन जांच की गई। राजगीर एसडीओ अनिता सिन्हा ने कहा कि राजगीर प्रखंड क्षेत्र में शांति होम्यो हाल व श्रद्धांजलि होम्यो पैर दवा के दो होलसेल व्यवसाय के रूप में चिन्हित हैं। जिनके दोनों दुकानों पर जांच पड़ताल की गई। जिसमें मूल रूप से दवाओं में उपयोग होने वाले स्पिरिट की निर्धारित मात्रा की जांच की गई है। वहीं बिक्रेताओं के पास दवा की उपलब्धता की भी जांच की गई। शांति होम्यो हाल में जांच के दौरान सभी चीजें नियमानुकूल पाया गया। वहीं श्रद्धांजलि होम्यो हाल की दुकान से थोक एवं खुदरा बिक्री के अलावे मरीजों के इलाज के साथ उन्हें दवाईयां भी बेची जा रही है। जिस पर एसडीओ ने फटकार लगाते हुए निर्देश दिया कि बिक्री और प्रैक्टिस अलग अलग स्थानों पर करें। जबकि इस दौरान विक्रय पंजी में असमानता पाए जाने पर एसडीओ गहरी आपत्ति जताई। कहा कि जिन्हें भी अपने दवा की बिक्री की है। उनका मोबाइल नंबर भी पंजी में अंकित होना चाहिए। हालांकि चलाए गए इस अभियान में केवल दुकानों में जांच की गई। लेकिन गोदामों की जांच नहीं की गई। लोगों की मानें तो अनेक ऐसे गुप्त गोदाम हैं, जिसे जांच से दूर रखा गया।