भू-अर्जन से संबंधित मुआवजे के भुगतान में तेजी लाने एवं जमीन से संबंधित स्थानीय समस्या का त्वरित समाधान करते हुये निर्माण कार्य मे तेजी लाने का दिया गया निदेश
संजीव कुमार
नालंदा
सालेपुर-नरसंडा-तेलमर पथ का निर्माण राज्य सरकार द्वारा प्राधिकृत बिहार राज्य पुल निर्माण निगम द्वारा किया जा रहा है।
लगभग 19.5 किलोमीटर लंबी दो लेन की इस सड़क का निर्माण 145 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है।
आज जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने इस निर्माणाधीन सड़क के संपूर्ण लंबाई का स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने सालेपुर से नरसंडा होते हुये तेलमर तक सम्पूर्ण स्ट्रेच का विभिन्न कार्यस्थलों पर रुक रुक कर निरीक्षण किया।
इस सड़क में कुल 13 पुल का निर्माण होना है जिसमें से 11 का निर्माण पूरा कर लिया गया है, शेष दो में निर्माण कार्य जारी है। संपूर्ण लंबाई में 34 ह्यूम पाईप कल्वर्ट में से 24 का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है।
सड़क निर्माण में कुछ जगहों पर छोटी छोटी स्थानीय समस्या के कारण उक्त स्थल पर निर्माण कार्य में विलंब होने की बात बताई गई। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी हिलसा को 10 दिनों के अंतर्गत इन समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराकर निर्माण कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया। भू-अर्जन एवं जमीन से संबंधित समस्याओं के निराकरण हेतु भूमि सुधार उपसमाहर्त्ता एवं अंचलाधिकारियों को कैम्प करने का निदेश दिया गया।
सड़क में कुछ जगह पुरानी सड़क के बगल में नये एलाइनमेंट पर सड़क बन रही है। जिलाधिकारी ने पुरानी अनुपयोगी सड़क खण्ड के जमीन का रिकॉर्ड संकलित करने का निदेश जिला भू अर्जन पदाधिकारी को दिया। इस जमीन का उपयोग भविष्य में आवश्यकतानुसार अन्य कार्यों/संरचनाओं के निर्माण हेतु किया जायेगा।
निरीक्षण के क्रम में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी,अनुमंडल पदाधिकारी हिलसा, परियोजना प्रबंधक पुल निर्माण निगम, अंचलाधिकारी चंडी/हरनौत सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।