संजीव कुमार बिट्टू
नालंदा
जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने आज कल्याणबिगहा रेफरल अस्पताल का निरीक्षण किया।
इस अस्पताल में 5 चिकिसक नियुक्त हैं। डॉक्टरों की ड्यूटी रोस्टर को फ्लेक्स बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित पाया गया।जिलाधिकारी ने ड्यूटी रोस्टर को दीवाल लेखन के माध्यम से प्रदर्शित करने का निदेश दिया।
जाँच के क्रम में पाया गया कि यहाँ सामान्य प्रसव की सुविधा उपलब्ध है। महीने में लगभग 15-20 सामान्य प्रसव कराया जाता है। जिलाधिकारी ने इसे असंतोषप्रद पाया। इस अस्पताल में सी-सेक्शन द्वारा प्रसव की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा। इसके लिए अस्पताल में एक प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकिसक एवं एनेस्थीसिया के डॉक्टर को तत्काल प्रतिनियुक्त करने को कहा। एनेस्थीसिया के चिकित्सकों की कमी हो तो आवश्यकता के अनुरूप नियमानुसार बाहर से भी एनेस्थीसिया के डॉक्टर की सेवा की व्ययवस्था करने को कहा गया।
उन्होंने अस्पताल की साफ-सफाई का निरीक्षण किया, जो संतोषप्रद पाया गया। शौचालयों की सफाई भी संतोषप्रद पाई गई। उन्होंने शौचालय एवं अन्य जगहों की आवश्यकतानुसार मरम्मती हेतु बी एस एम आई सी एल को सूचित करने को कहा।
अस्पताल में रोशनी की कुछ कमी पाई गई इसलिए अतिरिक्त रोशनी की व्यवस्था का निदेश दिया गया।
अस्पताल परिसर का ऑक्सिजन प्लांट तकनीकी कारण से बंद पाया गया, जिसे अविलम्ब चालू करने को कहा गया।
जिलाधिकारी ने ओपीडी एवं डेंगू वार्ड का भी निरीक्षण किया। अस्पताल में 10 बेड का डेडिकेटेड डेंगू वार्ड बनाया गया है। डेंगू वार्ड में फिलहाल कोई मरीज भर्ती नहीं था। ओपीडी में ड्यूटी रोस्टर के अनुरूप चिकिसक उपस्थित थे। निरीक्षण के समय तक 168 मरीजों का ईलाज ओपीडी में किया गया था।
निरीक्षण के क्रम में उन्होंने ओपीडी पंजी, प्रसव पंजी, एक्स-रे पंजी, एंबुलेंस पंजी आदि का भी अवलोकन किया।
निरीक्षण के क्रम में उन्होंने स्थानीय लोगों एवं मरीजों से भी बातचीत कर फ़ीडबैक लिया।
जिला के सभी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र डिस्चार्ज के समय ही अभिभावक को हस्तगत कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश सिविल सर्जन को दिया गया।
निरीक्षण के क्रम में सिविल सर्जन, डीपीएम तथा अस्पताल के सभी चिकिसक एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।