संजीव कुमार बिट्टू
नालंदा
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अचानक रविवार को सड़क मार्ग से अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर पहुँचे। राजगीर के सर्किट हाउस में थोड़ी देर विश्राम के उपरांत लालू यादव का काफिला सीधे जू सफारी पहुँचा। जहां जू सफारी के निदेशक हेमंत पाटिल ने बुके देकर लालू प्रसाद यादव का स्वागत किया। इसके बाद गाड़ी से उतर कर लालू प्रसाद यादव को व्हील चेयर पर बैठ गए इसके बाद जू सफारी में स्थापित भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया उन्हें नमन किया।
निदेशक ने इसके बाद राजद सुप्रीमो को आर्ट गैलरी में जीवन चक्र के रूप में स्थापित मूर्तियों के बारे में जानकारी दी।
लालू प्रसाद यादव प्रदूषण मुक्त वाहन पर सवार होकर जू सफारी के अंदर हिरण सफारी और भालू सफारी का भ्रमण किया। जहां सुंदरी नामक भालू ने लालू प्रसाद की गाड़ी रोक दी। जिसके बाद थोड़ी देर रूक कर लालू प्रसाद यादव ने सुंदरी का दीदार किया, इसके बाद बाड़े के अंदर बंद भोला नामक भालू से मिलने सुंदरी चली गई। हालांकि पूरा सफारी भ्रमण किए बिना ही लालू यादव वापस फॉरेस्ट विभाग के सर्किट पहुँच गए। जहाँ उन्होंने अल्पहार लिया।
लालू यादव के राजगीर पहुँचने की सूचना जैसे ही राजद के कार्यकर्ताओं को मिली इसके बाद अपने नेता से मुलाकात को लेकर आरजेडी कार्यकर्ता वन विभाग के सर्किट हाउस पहुँच गए, जहां कार्यकर्ताओं ने अपने नेता का स्वागत किया और उनका अभिवादन किया।
वहीं लालू प्रसाद यादव से जब राजगीर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि राजगीर आकर काफी अच्छा लगा, काफी बेहतर ढंग से जू सफारी को बनाया गया है। वहीं लोकसभा में अमर्यादित भाषा के सवाल पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि यह बहुत गंदी बात है।
वन विभाग के सर्किट हाउस में थोड़ी देर रुकने के बाद वापस पटना के लिए लौट गए।